सोमवार, 13 अक्टूबर 2025

quran

 मिटाना इस को दुनिया से कोई आसान थोड़ी है 

अरे नादान किसी इंसान का फरमान थोड़ी है 

किताबें आज भी दुनिया में हैं बे इन्तहा मौजूद 

मगर क़ुरान से आला किसी की शान थोड़ी है 


مٹانا اس کو دنیا سے کویی آسان تھوڑی ہے 

ارے نادان کسی انسان کا فرمان تھوڑی ہے 

کتابیں آج بھی دنیا میں ہیں بے انتہا موجود 

مگر قرآن سے اعلی کسی کی شان ٹھوڈی ہے 

khiraje aqeedat

                                                      

Late  Haji Hismoddin
            Born : 11th May 1957      Death :  Saturday 11th October 2025 (18th Rabi Ul Sani )

                               क्या लोग थे जो रहे वफ़ा से गुज़र गए 

                                जी चाहता है नक़्शे क़दम चूमते चल

      11th October 2025 रिश्तेदारों के सभी ग्रुप्स में हाजी हिसामुद्दीन की मौत की अफसोसनाक खबर  पढ़ी ,heart attack वजह बताई गयी। उस से पहले मखदूम अली सय्यद जो उनसे सालों से नज़दीक थे मुझे ये खबर सुनाई।  माशाल्लाह शजरे नस्ब भी उज़ैर सैयद ने सब ग्रुप्स में डाला। हसीन और J G Shaikh साहब के मरहूम हाजी हिसामुद्दीन पर लिखे खिराजे अक़ीदत पढ़ने को मिले। ४ बजे शाम तद्फीन की खबर भी मिली। जावेद अहमद  मेरा छोटा भाई और में  नेरुल से ४ बजे  शाम रहेजा कॉप्लेक्स पहुंचे, बताये वक़्त पर जनाज़ा उठाया गया। 

                                   हमारे गांव में छप्पर भी सब मिल कर उठाते हैं 

                                    तुम्हारे शहर में मय्यत को कोई कन्धा नहीं देता 

    कल्याण  शहर वालों ने ऊपर के शेर को ग़लत साबित कर दिया। कल्याण के रिश्तेदारों की मोहब्बत थी घर से क़ब्रस्तान तक कांधो जनाज़ा टेकड़ी क़ब्रस्तान पहुंचा। रस्ते में जनाज़े को देख कर तमाम ट्रैफिक अक़ीदत से रुक गया ,जनाज़े को राह दी। क़ब्रस्तान में असर बाद 13 सफों में जनाज़े की नमाज़ अदा की गयी। तद्फीन में भी सभी लोग शरीक रहे  मरहूम के जन्नती होने का सबूत मिल गया। 

                                     वह फूल सर चढ़ा जो चमन से निकल गया 

                                      इज़्ज़त उसे मिली जो वतन से निकल गया 

           मरहूम हाजी हिसामुद्दीन ने वतन से हिजरत की कल्याण में रहे। काफी स्ट्रगल रही। हसींन साहब ने लिखा है उनोंह ने कल्याण स्टेशन पर गोलियां ,बिस्कुट भी बेचे। 

           मरहूम  हिसामुद्दीन के गहरे दोस्त और  Bombay Mercantile Bank में उनके साथ काम कर चुके, अता करीम साहब ने बताया के मरहूम का ज़ियादा समय P Demello Road Bombay ब्रांच में हेड केशियर की पोस्ट पर काम करते गुज़रा। मरहूम का रिकॉर्ड भी बड़ा शानदार रहा। मरहूम हर दिल अज़ीज़ यूनियन लीडर थे।  अत करीम साहब ने बताया के मरहूम "बेस्ट स्पीकर रहे ,और जब वो स्पीच देते तो management हल जाती थी "

                                         दुनिया ने तजरुबात व हवादिस की शक्ल में  

                                          जो कुछ मुझे दिया है वो लौटा रहा हूँ में 

                  पिछले 30 सालों से ज़कात का एक शफाफ निज़ाम कल्याण में चलाने में मरहूम पेश पेश रहे। कल्याण में बेवाओं तक राशन पहचाने का सिलसिला हो या इक़रा फाउंडेशन की बुनियाद रखने में मरहूम हीसमोद्दीन ने बड़ी मदद की अपनी पिछले तजुर्बात का भरपूर फायदा उठाया। रिश्तेदरों में तालीम के उन्वान पर काम करने में हमेशा गरमजोशी दिखाई। हश्र में कुछ लोग अल्लाह के अर्श के साये तले होंगे जिनोह्णे यतीमों ,बेवाओं की खबर गिरी अपनी ज़िन्दगी में की होंगी। अल्लाह के दुआ गो हूँ मरहूम हाजी हिसामुद्दीन को अपनी जवारे रहमत में जगह अता करे आमीन। अल्लाह उनकी अहलिया रुखसाना भाबी ,उनकी औलाद मेह लका ,नीलोफर ,अज़हरुद्दीन और मज़हर को सबरे जमील अता करे। इस दिलख़राश सानेह से उभरने की ताक़त अता करे। आमीन ,सुम्मा आमीन 

      

            

गुरुवार, 2 अक्टूबर 2025

LETTER T O INQUILAB

                                                                              قابل تحسین   

مکرمی 

کینیڈا میں تھا آن لائن پڑھنے کا موقع مل رہا تھا ، کافی عرصے بعد ہارڈ کاپی کی شکل میں انقلاب پڑھنے کا موقع ملا انقلاب ایک میعاری روزنامہ تو ہے ہی لیکن جس طرح اجلے اجلے صفحوں پر بہترین چھپایی کے ساتھ نیے گیٹ اپ میں دیکھنے کو ملا زبان سے واہ واہ نکل پڑی -انقلاب مینجمنٹ ،ایڈیٹر اور تمام اسٹاف کو تہے دل سے مبارکباد -اردو کی بقا کے لئے ایک اچھے نیوز پیر کی اہمیت ہے جو انقلاب نے پوری کر دی 

راغب احمد شیخ 

نیرول (نوی ممبئی )

                                  

सोमवार, 29 सितंबर 2025

Salgirah Mubarak Mohammed Rafik Patel Saheb

                                               

Mohammed Rafik Patel celebrating 64th birth day

               


                                           

                               जाने वो किसे लोग थे जो मिल के एक बार 

                               नज़रों में जज़्ब (absorb ) होगये दिल में उतर गये 

       मुहम्मद रफीक पटेल साहेब आप की शख्सियत (personality ) बयान करने के लिए यही एक शेर काफ़ी है। (कुछ लोग एक बार मिल कर दिल को भा जाते हैं। सालगिरह की ढेरों सारी मुबारकबाद। नेक ख़्वाहिशात। आप की स्ट्रगल की कहानी आप और नूतन भाभी की ज़बानी जान कर एक शेर याद आ रहा है। 

                                तै की है कुछ तरह हम ने अपनी मंज़िलें 

                                 गिर पड़े गिर के उठे उठ के चले 

        आप की fitness सुब्हान अल्लाह ,अल्लाह  बुरी नज़र से बचाये। मुझे गुमान हो रहा है ये आप की 64 वी नहीं बल्कि 46 वी वर्ष गाँठ है। पहाड़ो पर फुर्ती से चढ़ जाना  Minnewanka लेक में एक्सपर्ट स्वीम्मर की तरह तैरना। driving  में भी जनाब को महारत हासिल है ,एक वक़्त में ६५० किलोमीटर ड्राइविंग करके थकते नहीं। रात के समय भी आराम से ड्राइविंग कर लेते है  आपकी अपने वतन और माँ  से गहरी मुहब्बत के लिए कैफ़ी आज़मी की एक शेर पेश है। 

                                ग़ुरबत की ठंडी छाव में आयी वतन की याद 

                                 क़द्रे वतन हुयी हमें तरके वतन के बाद 

             वतन से दुरी ,आराम की ज़िन्दगी गुज़ार कर भी मेरे दिल में अपने मुल्क ,देश और अपनी माँ की याद हमेशा साथ रहती है। 

             आप का बहुत बहुत शुक्रिया आप ने हम दोनों husband और wife को एक नया सबक़ सिखाया, के बुढ़ापा इंसान की अपनी सोच है। हम दोनों की ज़िन्दगी में एक नया जोश एक नयी उमंग जगाने के लिए शुक्रिया ,

             सालगिरह मुबारक आप के लिए शेर अर्ज़ है 

                                        जहाँ रहे वो खैरियत के साथ रहे 

                                          उठाये हाथ तो ये दुआ याद आयी           

                                        




शुक्रवार, 19 सितंबर 2025

Cochrane Town History

Cochrane Town street

                                   

Cochrane's historic house

                             

                        Cochrane Town 

             Cochrane Town कैलगरी से ३५ KM दुरी पर है। इसे कैलगरी का suburb भी कहा जा सकता है। बहुत से लोग यहाँ से कैलगरी जॉब करने भी जाते है। छोटा सा क़स्बा जिस की कुल आबदी (population ) ४०,००० है। कनाडा में  हर शहर की history बड़े जतन से  संभाल कर रखी जाती है। हर पुरानी तारीखी इमारत के बाहर एक बोर्ड पर इमारत के बारे में मालूमात लिखी होती है।  १९०३ में  Cochrane की आबादी सिर्फ १५८ थी। 1971 यहाँ की आबादी 800 तक पहुंची 2025 के सर्वे में Cochrane (कोकरेन ) की आबादी ४०,000 बताई जाती है। शायद आबादी बढ़ाने के लिए बाहर से काफी लोगों को बुलाया गया है। यहाँ घूमते कई सिख सुमदाय के लोग दिखाई दिए ,पाकिस्तानी ,Chinese ,कोरियन,अफ्रीकन  मुल्कों के कई लोग यहाँ रहते नज़र आये। हर कोई अपने ट्रेडिशनल लिबास में रहता है। 

         Pub ,Bar ,Hotels ,Restaurants बड़ी तादाद में दिखे। ७ बजे शाम के बाद यहाँ सन्नाटा छा जाता है। टाउन के बीच  से ट्रैन गुज़रती है लेकिन सिर्फ Goods Train यहाँ आइस क्रीम की मशहूर दुकान है जो 175 साल पहले शुरू की  गयी थी। अब भी दूर दूर से लोग आ कर यहाँ आइसक्रीम खाने आते है। इस शॉप का नाम MACKAY`S  ICE CREAM शॉप है जिस की ईमारत अपनी ORIGINAL हालत में क़ायम है।  Ice cream का original टेस्ट भी १७५ पूराना बरक़रार (Maintain )  रखने की कोशिश की गयी है। 

       आप कनाडा के किसी शहर ,क़स्बे या गांव में चले जाये ,पूरानी शनाख्त ,पहचान को क़ायम रखने की अनथक कोशिश की गयी है। Banff हो  या Cochrane ,या कैलगरी लगता है आप १०० साल पुरानी बस्ती में घूम रहे है। अपनी मिटटी से यहाँ के वासियों को गहरा लगाव है। पूरानी तहज़ीब (संस्कृति) को बचाये रखना बहुत मुश्किल होता है  पुरानी इमारतों  को तोडना ,जगह के नाम चेंज करना बहुत आसान होता है। वही मुल्क आगे बढ़ते हैं जहाँ तहज़ीब को बचाया जाता है। 

                

Mackay`s Ice cream shop
175 year old Ice Cream Parlour

Old banglow history

Cochrane history


                                                                 
Hotel at Cochrane 
                                                                  
Cochrane

गुरुवार, 18 सितंबर 2025

khushbu jaise log mile

                                                                          खिराजे तहसीन 

इंग्लिश में एक कवाहत है "so much water has passed under the bridge " यानि बहुत सारा समय गुज़र गया है। 

सितम्बर २०२२ में जनाब हाजी हाफिज जावेद का खाका  (Caricature )लिखा था (उन से इंटरवीव लेकर ) लेकिन हाफिज जावेद का ये हाल है वह हर वक़्त मसरूफ अमल रहते हैं। बक़ौल डॉ इक़बाल 

                                                 में कहा रुकता हूँ अर्श व फर्श की आवाज़ से 

                                                 मुझ को जाना है बहुत ऊँचा हदे परवाज़ से  

        Dr वासिफ ने ISM MIDDLE EAST 2025 AT WORLD TRADE CENTRE से ली गयी कुछ फोटो नावेद अंजुम हाफिज जावेद की फॉरवर्ड की उनका ये जुमला मुझे बहुत पसंद आया "हर किसी ने अपना नस्बुलाइन  मुतय्यन (फिक्स )करके उस पर मुस्तकिल मसरूफ़े अमल रहना चाहिए कामयाबी ज़रूर मिलेंगी (इंशाल्लाह)। शायद यही बात इस खाके को दोबारा शाये करने के लिए  तहरीक  (INSPIRATION ) बनी । 


     दुबई इंटरनेशनल एक्सिबिशन में उन का वीडियो देख कर बहुत ख़ुशी हुयी। अल्लाह उनेह इसी खुद ऐतेमादि के साथ तरक़्की करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन। 

        खाका पेश खिदमत है। 

बुधवार, 17 सितंबर 2025

 

Khiraj-e-Aqeedat

                                                                  Tribute 

On September 17, 2025, corresponding to 25 th  Rabi'ul Awwal 1447, Aunt Aqila B. has departed from this mortal world.

I was 9 years old when my mother passed away - from that day on, khalaajaan (Aunt) took her place. I always saw her as curvy and weak, but the maternal kindness that I found in her personality is nowhere to be seen. 

Find the pearls of loyalty among the scattered people. 

          Aunt Jan was the epitome of sincerity and affection. I never saw her angry or upset. Whenever we met, she showered us with love and blessings. It was like a crime to return from her house without eating. 

         For Sajid Ahmed, Khalid Ahmed, Shabana and our sister-in-law, Ms. Nilofar, their departure from this world is like a great void, but all their children, with all their efforts, served her to the best of their ability until the end and accumulated wealth for themselves in the afterlife. 

        May Allah grant patience to the entire family and especially accept the services of Khalid Ahmed and Sayma and bless them in the Hereafter, Amen. 

We three brothers, Dr. Wasif Ahmed, Raghib Ahmed and Javed Ahmed, were blessed with the compassion and love that the late khala bestowed upon us and never let us feel the lack of our mother. May Allah Almighty grant the late khala the best reward. Amen. I am sure that she is from Paradise. May Allah grant the late mother a place in the highest place of Paradise, in His mercy. Amen.  

                           Sad 

                                      Dr. Wasif Ahmed  

                                               Ragheb Ahmed 

                                                 Javed Ahmed 

                                                  Family and relatives 

                      When I was young, I was in a very strong relationship with one person. 

                             If it breaks, the pieces can't be picked up anymore. 

                        Some people are needed at every turn. 

                             Some people are never removed from the heart. 

Khiraj-e -Aqeedat

                                                                  خراج عقیدت 

سترہ ستمبر ٢٠٢٥ بمطا بق ٢٥ بارہ وفات ١٤٤٧ عقیلہ بی ہماری خالہ اس دنیا سے کوچ کر گی الله مرحومہ کی مغفرت کرے 

و ٩ سال میری عمر تھی جب اما ں  کا انتقال ہوگیا تھا -اسی دن سے خالہ جان عقیلہ  نے انکی جگہ لے لی ہمیشہ سے ہی  میں نے انہں منحنی اور کمزور دیکھا لیکن انکی شخصیت میں جو مادرانہ شفققت پا ی اب کہیں دکھایی نہیں پڑتی 

                                           ڈھونڈ اجڑے ہویے لوگوں میں وفا کے موتی 

          خالہ جان خلوص اور ممتا کا مجسسمہ تھی کبھی بھی انہں ناراض ہوتے یا غصّہ کرتے نہیں دیکھا جب بھی ملاقات ہوتی ہم پر ڈھیروں پیار محبّت نچار کرتی  اور د عا  سے نوازتی ان کے گھر سے بغیر کھانا کھاے لوٹنا جرم کی طرح تھا 

         ساجد احمد ،خالد احمد ،شبانہ اور ہماری بھابھی محترمہ نیلوفر کے لئے ان کا اس دنیا سے جانا ایک عظیم خلا کی طرح ہے لیکن انکی تمام اولادوں نے اپنی تمام تر کوششوں سے آخر تک حت الامکان انکی خدمات کی اور اپنے لئے آخرت کا سرمایہ جمع کر لیا 

        الله تمام خاندان کو صبر جمیل عطا کرے اور بطور خاص خالد احمد اور صا یما کی خدمتوں کو قبول کر انکے آخرت کے توشے میں برکت عطا کرے آمین 

ہم تینوں بھائیوں ڈاکٹر واصف احمد ،راغب ااحمد اور جاوید احمد کو مرحومہ نے  جن شفققتوں اور محبتوں سے نوازہ اور کبھی بھی ہمیں ا ماں کی کمی کا احساس نہیں ہونے دیا اللہ رب العزت مرحومہ کو بہترین صلہ عطا کرےآمین -مجھے یقین ہے   وہ جنّتی تو ہے ہی الله مرحومہ کو اعلی مقام جنت فردوس میں اپنے جوار رحمت میں جگہ عطا فرماے آمین  

                           غم گسار 

                                      ڈاکٹر واصف احمد  

                                               راغب احمد 

                                                 جاوید احمد 

                                                  اہل  خانہ  و خاندان 

                      جب تھا تو بہت پختہ تھا ایک شخص سے رشتہ 

                             ٹوٹا تو اب ٹکڑے سنبھالیں نہیں جاتے 

                        کچھ لوگوں کی ہر دور میں پڑتی ہے ضرورت 

                             کچھ لوگ کبھی دل سے نکالے نہیں جاتے 

                                                                         

                                                                                                                                                     

           


मंगलवार, 16 सितंबर 2025

 

Banff Town Footpath

फुट पथ आर्ट 

Banff town church



Banff Town river

Banff Town museum

Cascade of Time Garden Banff


                                                              फूलों के शहर में हो घर अपना Banff Town 

         अलिफ़ लैला की कहानियों में जिस तरह के क़स्बों का ज़िक्र है ,Banff Town  को देख कर लगता है मानों किसी ने ३०० साल पहले इसे Time frame  में फ्रीज़ कर दिया हो। Alberta Province  (Canada ) में कैलगरी से १०० किलोमीटर की दुरी पर ये खबसूरत टाउन ,अपनी खूबसूरती की के कारण सैलानियों को अपनी जानिब attract करता है। अमेरिका बॉर्डर से भी ये जगह १० घंटा कार ड्राइविंग की दूरी पर है , शायद इसीलिए बहुत सारे अमेरिकन टूरिस्ट यहाँ ज़रूर visit करते हैं।   पहाड़ियों से घिरा ये क़स्बा जिस की पापुलेशन कुल ८००० है। टाउन के बीच से एक नदी भी गुज़रती है। साफ़ शफ़्फ़ाफ़ शीशे जैसे चमकती सड़कों पर घूमते हर मुल्क से आये सैलानी दिखाई पड़े। फुट पाथ पर  घूमते हुए, Cake , steak ,कॉफ़ी ,Popcorn, bread Baking और फूलों की मिली जुली खुशबु से महेकता हुवा माहौल। बहुत सारे हिंदुस्तानी curry house भी इस टाउन में मौजूद है। म्यूजियम , चर्च , cascade of Time Garden, और  हर घर का आँगन, लॉन और खूबसूरत फूलों से सजा नज़र आया ,यहाँ के लोगों के खुश ज़ौक़ होने का सबूत है। 

      टाउन से निकालते समय लोग " I Love Banff " चौराहे पर ज़रूर यादगार के लिए  तस्वीर ज़रूर निकलते हैं। 

                                                                      Lake Louise 

Story of Lake louise

Lake Louise 









     Banff टाउन से १७० किलो मीटर फासले पर ये खूबसूरत लेक (झील ) कुदरत की कारीगिरी का नमूना है। झील सी गहरी नीली ऑंखें सुना था ,इस ७० मीटर गहरी झील को देख कर लगा शायद इसी झील को देख कर ये मिसाल बनी है। Queen Elizabeth की चौथी Daughter (बेटी ) के नाम से इसे जाना जाता है। लाखों बरसों से Glacier पिघल कर इस झील (लेक ) को form किया है। सैलानी छोटी छोटी Boats पर बैठ कर आईने की तरह शफ़्फ़ाफ़ पानी में सैर करते हैं। सैलानियों की list में इस लेक पर विजिट करना must (ज़रूरी ) है 



                                         

बुधवार, 10 सितंबर 2025

Calgary to Hilton

                                                     Calgary To Hinton 

Icefield Glacier 

Special vehicle to reach Glacier
Athabasca Glacier Field
Athabasca icefield कैलगरी से ३१० किलो मीटर दुरी पर है। कार से ३ से ४ घंटे में फासला पूरा किया जा सकता है। रास्ता हरयाली वादियों ,पहाड़ ,आबशार (झरने ),तालाबों और चश्मों से  भरा है ,आँखों को ठंडक पोहचने का हर सामन मौजूद है। ट्रैफिक भी बड़ी रवानी (discipline ) से चलता रहता है। न कही गढ़े न उबड़ खाबड़। रस्ते में हर १० से १५ किलोमीटर के बाद साफ सुथरे बाथ रूम बने है जहां tissue paper और sanitizer हमेशा मौजूद रहते हैं । हाईवे दोनों तरफ से फेंस किया हुवा है। जानवरों के लिए ,हर १० से १५ किलोमीटर पर पर क्रॉस ओवर की फैसिलिटी है। अक्सर जानवर रोड पर आजाते हैं ,तमाम ट्रैफिक थम जाता ै है जब तक जानवर रोड क्रॉस नहीं कर लेते हैं। बारा सिंघे ,हिरन ,पहाड़ी बकरियां अक्सर दिखाई पड़ जाती है। रीछ भी दिखाई देते हैं। 

                                                                                         

           

Athabasca Water Fall 
             २ लाख साल इस आबशार को बनने को लगे 

                                            

Peyto Lake

       Peyto Lake Glacier पिघलने से हज़ारों साल बाद बना है 
                                        
                                         
Sunwapta Fall 

              हम ने Hinton टाउन को अपना २ रात का ठिकाना बनाया जहाँ हम Air BNB facility में ठहरे। पहली बार इस तरह रुकने का तजुर्बा (Experience ) हुवा पूरा बंगाल ३ बैडरूम, हॉल और किचन बाथरूम पर मुश्तमिल था। इस के अलावा डिश वॉशर ,,वाशिंग मशीन ,वैक्यूम क्लीनर ,हॉट प्लेट ,शकर ,कॉफ़ी ,कटलरी ,बच्चों के खिलोने हर चीज़ मौजूद। front door को खोलने के लिए code था। इस्तेमाल के बाद हमें ही साफ़ करना होता है और दरवाज़ा बंद कर किसी के टच में आये बग़ैर रूम को बंद कर एक message कंपनी को करना होता है। 
          हम ने कार से कैलगरी से ही Hinton ५०० किलो मीटर का सफर किया। ज़्यादा सफर हाईवे नंबर १ पर था। रस्ते में हाईवे से क़रीब ५ टाउन मिले Cochrane (Poulation ३८००० ), Canmore Town (Population 18000 ),Banff (Population 8000 ), Jasper (Population 5000 ) जेस्पर टाउन में दो साल पहले जंगलों में भयंकर आग लगी थी 50 से 60 KM जंगल आग में जल कर खाक होगये थे। Jasper Town भी जल कर खाक होगया था। इसे फिर  नये सिरे से बसाया जा रहा है। आखिर में हम Hinton Town पहुंचे (Population  १०,००० )Jasper से आबादी Hinton Town ) शिफ्ट हो गयी है।  हर जगह Indians ,Business और काम करते नज़र आये । पंजाब ,गुजरात ,महाराष्ट्र से ज़ियादा लोग मिले।  कनाडा में Chinese भी बड़ी संख्या में हैं। 
            यहाँ छोटे छोटे टाउन भी बड़े खूबसूरत होते हैं। कम आबादी होने की बिना पर यहाँ लोगों को बुलाया जा रहा है। 


शनिवार, 30 अगस्त 2025

Brass Pro Shops

                                                    Brass pro shops Calgary Canada(Alberta)

   कैलगरी कनाडा रोड पर Brass Pro Shop एक बहुत आलीशान मॉल हैं जहाँ से आप हर तरह के  शिकार का सामान खरीद सकते हैं। कनाडा में ४ महीने गर्मी का मौसम होता है। फिर बे इन्तहा सर्दी। गर्मी के ३ से चार महीनों में कनाडा में जश्न का माहौल होता है। यहाँ शिकार के लिए लइसेंस गवर्नमेंट की तरफ से लोगों को दिया जाता है। हिरन ,बारा सिंघा और रीछ के शिकार की इजाज़त होती है। लोग अपने कारवां के साथ पहाड़ों में कैंपिंग करने निकल जाते हैं। कई कई दिन पहाड़ियों के बीच खेमे (tent )तान कर दिन बिताते हैं। शिकार करते हैं उनके अपने साथ बोट भी होती है जिस में तालाबों में घूम फिर मछली भी पकड़ते हैं। यहाँ लोगों को barbeque करने का बड़ा शौक़ है। कैंपिंग के दौरान हर एक के पास barbeque करने की अपनी facility होती है। 

    यहाँ की खुशहाल ज़िन्दगी  का राज़ है गवर्नमेंट की तरफ से दी जाने वाली कई facilities  पेंशन तो मिलती ही है , सेहत और एजुकेशन भी फ्री है। अक्सर बच्चे भी माँ बाप के साथ नहीं रहते ,जो भी ज़िन्दगी भर कमाई होती है लोग अपने आप पर ही खर्च कर लेते है। या आखिर में ट्रस्ट बना कर कुत्ता बिल्ली या खैराती कामों को दे जाते हैं। 

Brass Pro shops  (fishing ,hunting ,camping ,barbeque items ,bow and arrow ,all types of boats ,stuffed animals available in store ) में ली गयी तस्वीरें जहाँ मछली पकड़ने के कांटे ,बड़ी छोटी बोट ,शिकार की बन्दुक ,telescope ,तीर कमान ,टारगेट प्रैक्टिस करने के लिए बनाये गए जानवर ,असली जानवर को खाल में stuffed करके रखा गया 

Brass Pro Shop कैलगरी में ली गयी कुछ फोटोज 

   

polar bear 
walrus 

                                                                   Black bear 

                                           

                                                                  १ करोड़ की बोट 
                     
                                             


मंगलवार, 26 अगस्त 2025

Takakkaw Falls



आये ठहरे, और रवाना होगये 

ज़िन्दगी क्या है ,सफर की बात है 

                                                                  Takakkaw Falls 

ब्रिटिश कोलंबिया कनाडा में Yoho National Park में ये झरना (water Fall )तक़रीबन ३७३ मीटर (१२२४ फ़ीट ) की ऊंचाई से गिरता है और वह योहो नदी की शक्ल इख़्तियार कर , ये नदी KICKING HORSE RIVER बड़ी नदी में शामिल होजाती है। ग्रीन भाषा में Takakkaw का मतलब होता है MAGNIFICIENT (शानदार ,अज़ीमुशान) डाली ग्लेशियर पिघल कर कई हज़ार सालों से ये झरना बह रहा है। १३००० साल पुराने आसार (SIGNS) से पता चलता हैं जब (ABORIGINAL) जिन्ह कनाडा में फर्स्ट नेशन भी कहा जाता है शिकार करते यहाँ से गुज़रते थे इस ज़माने में उन के बने  (कैम्प्स ) के निशानात अब भी कनाडा में कहीं कहीं नज़र आ जाते हैं और उन निशानात की बड़े एहतियात से हिफाज़त भी की जाती है। यहाँ बड़ी तादाद में भालू नज़र आ जाते हैं। सैलानियों को ग्रुप्स में जाने के लिए जगह जगह नोटिसस।/वॉर्निंग्स लगे हैं। 

    जून से अक्टूबर के दरमियान यहाँ VISIT किया जा सकता है। बाकि महीने सख्त सर्दी (-४५ डिग्री ) की वजह से इस झरने तक पहुंचने का रास्ता बंद कर दिया जाता है। झरना भी बर्फ बन जाता है। 

     अब भी झरने पर पहुंच कर ऑंखें बंद करने पर हज़रों साल पुराने बर्फ को अपने चेहरे पर महसूस किया जा सकता है। ऑक्सीजन से लबरेज़ हवा में साँस लेने पर महसूस होता है हम फ़ज़ा में घुल गए हैं। 



Takakkaw Falls





रविवार, 24 अगस्त 2025

safar shart hai

                                        इसी बहाने से मगर देख ली दुनिया हम ने 

कैलगरी  ये कनाडा की अल्बर्टा प्रोविंस में एक शहर है जहाँ मैं अपनी बेटी हिना पटेल के घर क़याम पज़ीर हूँ। कैलगरी से ११० किलो मीटर दुरी पर ड्रमहेलर टाउन है कहा जाता है लाखों साल पहले यहाँ डायनासोर घुमा करते थे। यहाँ कई सौ किलो मीटर समंदर भी था। जो १० लाख साल पहले पूरी तरह सूख गया है। और वहां चटानों पर कई डायनासोर  ,परिंदे ,मछलियां फॉसिल की शक्ल में अपने निशानात छोड़ गए हैं। जिनेह अब इखट्टा किया जा रहा है। १९०२ साल में पहली बार डायनासोर के आसार मिले थे। १२३  सालों की अनथक महनत और रिसर्च के बाद कई तरह के डायनासोर ,परिदों और मछलियों को अपनी असल शक्ल में जमा किया गया है। फॉसिल की स्टडी करने वाले साइंटिस्ट को प्लॉन्टोलॉजिस्ट कहा जाता है। ड्रमहेलार  टाउन में एक शानदार म्यूजियम हैं जिस का नाम रॉयल टेरिअल म्यूजियम है यहाँ एक रिसर्च इंस्टिट्यूट भी है। ड्रमहेलर टाउन से १५ किलोमीटर दुरी पर हूडूस वादी है जहाँ किसी ज़माने में गहरा समंदर था अब मशरूम की शक्ल की चटानें देखने को मिलती है अमेरिका की बॉर्डर यहां से नज़दीक हैं बहुत से सैलानी रॉयल टेरिअल म्यूजियम और हूडूस वादी देखने आते हैं। ड्रमहेलर टॉउन में हर घर के सामने डायनासोर के रंग बिरंगे मॉडल रखे हैं। 

           ड्रमहेलर टाउन के चारों ओर कई सौ क
च्चे तेल के कुवें हैं जहाँ पंप लगे हैं और कच्चा तेल निकाल  कर रेफायनरी को भेजा जाता है। कनाडा कच्चा तेल पैदा करने वाले मुल्कों में चौथे मुक़ाम पर है। 

          अफ़सोस दुनिया में हर जगह लाखों साल पुरानी हिस्टरी को ज़िंदा करने की कोशिश की जा रही है वही हिंदुस्तान में हज़ारों साल पुराणी हिस्ट्री को मिटाने की कोशिश ज़ोर शोर से जारी है 

                  न समझोंगे तो मिट जाओंगे ऐ हिंदुस्तान वालों 

                   तुम्हारी दास्ताँ तक भी न होंगी दस्तानों में 

       इसी तरह इंसानो के
माध्यम से महोलियत एनवायरनमेंट को नुकसान पुह्चाने का सिलसिला ख़त्म नहीं होता जिस तरह ६.५ लाख साल पहले सहाब साकिब astoriod को गिरा कर अल्लाह ने नेस्त नाबूत कर दिया उसी तरह अल्लाह के पास इंसानों की नस्ल को बर्बाद करने की ताक़त है। अल्लाह अपने निज़ाम को अपनी मर्ज़ी से चलाता है। 


royal tyrell museum Drum Heller Alberta 

hoodoo Drumheller Alberta Canada
Hoodoo Drum heller Alberta Canada
Tyrrell Museum Drum Heller Alberta Canada 
Tyrrell Museum Alberta Canada 
Tyrrell Museum
Tyrell Museum
Hoodoo 
Hoodoo

                                                                Drum Heller town Square 

SAFAR SHART HAI

                                                                     سفر شرط ہے 

دنیا کے صاف ستھرے شہر کیلگری کینیڈا میں بیٹی داماد اور نواسی  کے گھر وقت گزارنا  لگ رہا ہے 

                                           اے ذوق کسی ہمدمے دیرینہ کا ملنا 

                                             بہتر ہے ملاقاتے مسیحا و خدر سے 

 کیلگری شہر سے ١١٠ کلومیٹر دور ڈرم ہیللر ٹاؤن ہے جہاں ڈایناسور لاکھوں سال پہلے گھوما کرتے تھے اور اسی مقام پر ایک بہت بڑا سمندر بھی تھا جو اب آب و ہوا کی تبدیلی سے لاکھوں سال پہلے سوکھ گیا ہے لیکن اسکے نشانات اب اس ایریا میں موجود ہے وہاں چتانوں پر فوسسل کی صورت میں پرند ،ڈایناسور اور مچھلیاں اپنے نشانات چھوڈ گئے ہیں جنہں جمع کرکے میوزیم میں رکھا گیا ہے سال ١٩٠٢ میں پہلے بار ڈیاناسور کے باقیات ملے تھے ١٢٣ سالوں میں ایک بہت بڑا میوزیم تییار کیا گیا ہے جہاں سالوں کی محنت اور ریسرچ سے کی طرح کے ڈیاناسورس ،پرندے اور مچھلیوں کو اپنی اصلی شکل میں جمع کیا گیا ہے 

فوسل کی سٹدی کرنے والے سیانسدانوں کو پلوٹولوجست کہا جاتا ہے اس میوزیم کا نام جوڈرم  ہیللر ٹاؤن میں ہے رائل ٹیریل ہے اسی میں ایک ریسرچ انسٹیٹیوٹ بھی ہے 

         ڈرم ہیللر ٹاؤن سے ١٥ کلومیٹر فاصلے پر ہو ڈوس وادی ہے جہاں کسی زمانے میں گہرا سمندر بھی تھا اب مشروم کی شکل میں چٹانیں موجود ہے جو سمندر سوکھنے سے وجود میں آیی تھی امریکا یہاں سے نزدیک ہے  پوری دنیا اور امریکا سے ہزاروں سیلانی یہاں سیر کو آتے ہیں ڈرم ہیللر ٹاؤن میں ہر گھر کے سامنے ڈیاناسورس کے چھوٹے چھوٹے خاکے/مجسمے  نسب ہے 

    دنیا میں ہر مقام پر لاکھوں سال پرانی تاریخ (باقیات ) کو زندہ کرنے کی انتھک کوشش جاری ہے ہندوستان واحد ملک ہے جہاں پرانی تہذیب و تاریخ کو مٹانے کی بھرپور کوشش جاری ہے افسوس ہوتا ہے 

                                                         نہ سمجہونگے تو مٹ جاونگے گے ایے ہندوستان والوں 

                                                        تمہاری داستان تک بھی نہ ہونگی داستانوں میں 

             ڈرم ہیللر ٹاؤن کے اطراف میں کیی کچے پیٹرولیم کے کوین ہیں کینیڈا دنیا میں کچے پٹرولیمم تیل مہییا کرنے والے ملکوں میں چوتھے مقام پر ہے 

         انسانوں کے ہاتھوں ماحولیات کو نقصان پہچانے کا سلسلہ اسی طرح جاری رہا ممکن ہے  جس طرح ساڈے چھ لاکھ سال پہلے ایک خطرناک اسٹرو روییڈ کے گرنے سے قدرت نے ڈیانوسورس نسل کو نیست نابود کر دیا اسی طرح  الله انسانوں کی نسل کو تباہ برباد کرنے کی طاقت رکھتا ہے 


                                                                         رائل ٹیریل میوزیم ڈرم ہیللر 

                                                                             ہو ڈو ڈرم ہیللر 
                                                                               ہو ڈو ڈرم ہیللر 
                                                                     رائل ٹریریل میوزیم ڈرم ہیللر 
                                                                      رائل ٹریریل میوزیم 
                                                     رائل ٹریریل میوزیم 
                                                          رائل  ٹریریل میوزیم ڈرم ہیللر 
                                                                            ہو ڈو ڈرم ہیللر (البرٹا )
                                                                                   ہو ڈو ڈرم ہیللر (البرٹا )
                                                                 ڈرم ہیللر ٹاؤن کا ایک چوک 




 

बुधवार, 6 अगस्त 2025

belated happy birth day

                                                آج ار انڈول کی معروف شخصیت خالد  شیخ کو خراج تحصسن پیش ہے 

جناب خالد شیخ رشتے میں میرے خالہ زاد تو ہے ہی انکی اہلیہ ثا یما میری ماموں زاد ہوتی ہے خالد میرے چھوٹے بھائی بھی ہے اور بہنوئی بھی لیکن خالد بڑی ہوشیاری سے مجھے بھایی جان کہ کر دونوں رشتے نبھا دیتے ہیں وہ پیشے  سے انجنیئر ہے لیکن اپنے والد سے تجارت سیکھا ہے اور الله کے رسول کی سنّت یعنی  تجارت بڑی کامیابی ایمانداری سے کر رہے ہے -سماجی اور مذہبی کاموں میں بڑھ چڑھ کر حصّہ لیتے ہیں -اپنی صاحبزادی اور صاحبزادے کو اعلی تعلیم دلوایی ہے -ماشاللہ ایرانڈول جا معے مسجد اور قبرستان کمیٹی کے خالد صاحب ایکٹو ممبر ہے -اردو سکول منیجمنٹ میں بھی اپنی خدمات دیتے رہتے ہیں -اپنی والدہ ہماری (خالہ ) کی بیلوس خدمات کر میاں بیوی نے جنّت کا پروانہ اپنے نام لکھوا لیا ہے 

     کہا جاتا ہے "اچھے لوگ لونگ الایچی کی طرح نایاب ہوتے جا رہے ہیں  "اگر آپ کو نایاب شخصیت سے ملنا ہے تو ایرانڈول جا کر خالد شیخ کے درشن ضرور کر ینگا 

      الله خالد کی عمر میں صحت تندرستی کے ساتھ اضافہ کرے آمین ثمّ آمین 

                                      جہاں رہے وہ خیریت کے ساتھ رہے 

                                                                                    اٹھاے ہاتھ تو یہ د عا یاد آی 

मंगलवार, 8 जुलाई 2025

IKF KE CHAR SAL

                                                                     IKF के चार साल     

                                  पत्थर सुलग रहे थे कोई नक़्शे पा न था 

                                 हम जिस तरफ चले थे कोई रास्ता न था 

       IKF की इस्टैब्लिशमेंट की चौथी सालगृह सब मेंबर्स को मुबारक। अक्सर देखा गया है चार साल में दरख्त फल देना शुरू कर देते है। हमारी IKF भी मज़बूत से मज़बूत तर होती चली गयी। ५०० से ज़ियादा मेंबर्स माशाल्लाह ट्रस्ट को तक़वियत दे रहे हैं। ट्रस्ट की रजिस्ट्री सब से बड़ा मज़बूत क़दम है। ज़कात का मुन्तज़िम निज़ाम बेहतरीन तरह से क़ायम हो गया है ,पहले ही साल मुनज़्ज़िम तरीके से नाफ़िज़ होना क्या कहने!

   कुछ सुझाव है  जो अपने ज़ाती तजुर्बे  से हासिल हुए है ,उम्मीद करता हूँ पसंद आयेंगे। 

१. IKF के सदक़ा बॉक्सेस हर मेंबर तक पहुचाये जाएँ।  में ने अपने घर में एक बॉक्स IKF के लिए वक़्फ़ कर रखा है और हर महीने कुछ रक़म पाबंदगी से IKF को ट्रांसफर करता रहता हु। 

२. जिन रिश्तेदारों को स्कालरशिप दी जा रही है उनके पिछले साल के रिजल्ट्स ज़रूर मंगवाए जाये ,उन का रेकर्ड रखा जाये। 

३. जो स्टूडेंट्स Graduate /post Graduate हो चुके हैं उनकी मुक़म्मिल तफ्सील के साथ booklet बनायीं जाये। 

   IKF की तरक़्क़ी के लिए दुआ नेक ख्वाहिशात (आमीन )

रागिब अहमद शैख़ 

EX PRESIDENT 

IKF 

गुरुवार, 26 जून 2025

MUBARAKBAD

                                                                      मुबारकबाद 

अल्हम्दोलीलाह मरकज़े फलाह नेरुल की फी पाने वाले  10th और 12th के  स्टूडेंट्स ने नुमाया कामयाबी हासिल की है सब बच्चों को दिली मुबारकबाद। 9 स्टूडेंट्स ने 10th std का एग्जाम नेरुल की बेस्ट स्कूल से appear किया और १००% कामयाबी हासिल की। 12th  std में १७ स्टूडेंट्स  नई मुंबई की टॉप कॉलेजेस से  appear हुए और रिजल्ट १००% रहा. ये वह identified families के बच्चे हैं जिन्होंने बग़ैर किसी प्राइवेट ट्यूशन के अपने बल बुते पर ये कामयाबी हासिल की है 

     मरकज़े फलाह नेरुल कमिटी के तमाम मेंबर्स की जानिब से पास होने वाले तमाम स्टूंडेंट्स को दिली मुबारकबाद और मुस्तकबिल के लिए नेक ख्वाहिशात आमीन। 

सोमवार, 23 जून 2025

Artifitial Inteligence

 

                                                                               مصنوعی ذہانت 

 میرا نونہال اور سسرال چھوٹے سے شہرمیں  ہے شہر کا پرانا قبرستان جس کے ایک گوشے میں ہمارے خاندانی بزرگ آرام فرما رہے ہیں قبرستان کیا ہے چھوٹا موٹا سا نخلستان ہے قبرستان کے داخلی گیٹ کے داہنی جانب چھوٹا سا مزار ہے اور اس کے ارد گرد گلاب ،موگرا ،رات رانی کی کیاریاں لگی ہیں ،جس سے قبرستان مہکتا رہتا ہے بایں جانب وضو کےلئے نل لگے ہیں اور ایک احاطہ بنا ہے جہاں جنازے کی نماز ادا کی جاتی ہے -تمام قبرستان شریفے ،امرود ،آم کے درختوں سے اٹا  پڑا ہے سورج کی کرنیں مشکل سے پہنچ پاتی ہےچڑیا ،مینا -کویل ،پپھا ،کبتروں کے شور سے قبرستان کی خاموشی میں عجب سماں پیدا ہوجاتا ہے -جنازے کے ساتھ ہجوم قبرستان میں داخل ہوتا ہے سوکھے پتوں کی آواز سے قبرستان گونج اٹھتا ہے -پرندے اچانک خاموش ہوجاتے لگتا جنازے کی نماز میں شاید وہ بھی شریک ہونا چاہتے ہو، جنازے کی حرمت کا انہں بھی احساس ہو  -قبرستان کے جس حصّے میں ہمارے نونہال کے مرحوموں کی قبریں ہیں -میری اماں ،ماموں میاں ،ممانی اماں کی قبریں قریب ہیں  -میرا معمول تھا جب بھی وطن جانا ہوتا قبرستان میں بیٹھ کر مزار پر لگی اگربتیوں کے چکراتے دھویں کو دیکھتا رہتا ،لوبان اور پھولوں کی خوشبواپنے اندر اتارتا  ،پرندوں کے شور کو محسوس کرتا  ،درختوں سے گرتے پتوں کو دیکھا رہتا ،سنا کرتا -اور فاتحہ پڑھتا 

                                                     عجیب درد کا رشتہ تھا سب کے سب رویے 

                                                      شجر گرا تو پرندے تمام شب رویے 

اتفاق سے  لاک ڈاون کے بعد وطن جانا ہوا دل قبرستان جانے کے لئےدل   بیقرار ہوا ،ا قبرستان پہچنے پر لگا، کہیں غلط جگہ پر تو نہیں آگیا ہوں ؟ تمام قبریں زمین دوز تھیں پھلوں ، پھولوں کے تمام  درخت کاٹ دے گئے تھے چھوٹے سے مزار کے داخلے پر ایٹن چن دی گی تھی نہ پرندوں کا شور نہ پھولوں کی خوشبوں کی مہک،ایک  ہوں کا عالم تھا 

 ٢٦ مئی ٢٠٢٥ ہندوستان ٹائمز میں ایک خبر نظروں سے گزری تھی روبوٹ نے انسانی حکم ماننے سے انکار کر دیا ، مجھے لگا اجا ڈ قبرستان  اسی روبوٹ کی مصنوعی ذہانت کی کارستانی نہ ہو ؟


मंगलवार, 11 मार्च 2025

jee chahta hai naqshe qadam chumte chale

                                                            जी चाहता है नक़्शे क़दम चूमते चले  "

सूरा इब्राहिम आयात २५ 

क्या तू ने न देखा अल्लाह ने कैसी मिसाल बयांन  फ़रमाई पाकीज़ा बात की जैसे पाकीज़ा दरख्त जिस की जड़ क़ायम और  शाखें आसमान पर हो हर वक़्त अपना फल देता है अपने रब के हुक्म से और अल्लाह लोगो के लिए मिसालें बयांन फरमाता है के वह समझे। 

       माशाल्लाह इस क़ुरानी आयात को पढ़ कर मरहूम दादा भाई (सादिक़ अहमद ) की यादें ताज़ा होजाती हैं। अल्लाह उनेह जन्नत में ऊँचा मक़ाम अता करे। आज क़ुरान द ट्रुथ फाउंडेशन के प्रेजिडेंट डॉक्टर के पी शरीफ के  लिखे लेटर को पढ़ कर आँखें नम (गीली ) होगयी। दादा भाई के  क़ुरान के तफ़्सीर के अंदाज़ की यादें ताज़ा होगयी। २००८ में जब क़ुरान की तफ़्सीर शुरू की गयी थी लोगों को अजीब लगता था। तफ़्सीर तो सिर्फ आलिम ही कर सकते हैं। लेकिन धीरे धीरे लोग जुड़ते गए और आज तक क़ुरान की तफ़्सीर का सिलसिला उसी अंदाज़ में शुरू है। १७ साल से इतवार की सुबह ये तफ़्सीर बाक़ायदा "online " होती है और कई लोग इस से जुड़ते  भी हैं ,इंशाल्लाह अल्लाह से उम्मीद है ये सिलसिला चलता रहेंगा और दादा भाई के हिस्से में नेकियाँ जुड़ती रहेंगी। 

   अल्लाह दादा भाई के जन्नत में दरजात बुलंद करते रहे आमीन सुम्मा आमीन। 


रविवार, 16 फ़रवरी 2025

sanak ya sahnak

                                                                    صا نک  یا صحنک 

مکرمی 

خاندیش میں گوشت مانڈے کا کھانا ہمیشہ معروف رہا ہے اور گوشت کے سالن کو صحںک مٹی کے برتن میں پروسہ  جاتا ہے اور لوگ اس مٹی کے برتن کو صانک کہتے ہیں ایڈیٹر انقلاب کے لکھے گئے مضمون "میرا ماضی کتنا امیر میں غریب ہوں میں موصوف نے ہماری غلطی کا ازالہ کر دیا ہم انکے ممنون مشکور ہیں 

    روزنامہ انقلاب میں آج کے الفاظ کالم میں دو اردو اور  ،انگریزی لفظوں کے معنی اور تلفّظ بتایے جاتے ہیں ہمارےلفظوں کے خزانے میں اضافے کا سبب بنتے ہیں -فلموں میں اردو ادب کالم کے تحت نیا سلسلہ شروع  کرنے پر روزنامہ انقلاب کی جدّت پسندی کو سلام 

راغب احمد شیخ 

نیرول -نیی ممبئی 


शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025

qudrat ka nizam me mudakhlat

                                      

                                                                 قدرت کے نظام میں مداخلت 

مکرمی 

انقلاب میں مورخہ ١٢ فروری کو خبر نظروں سے گزری چین میں  پچھلے سال ٢٠ فی صد کم شادیاں ہویی اور اب تک کی سب سے کم شادیاں ہویی اب چین میں  لوگ بچے پیدا کرنے سے گریز کر رہے ہیں جس کی وجہ سے  نوجوانوں کی آبادی گھٹ رہی ہیں اور عمر رسیدہ لوگوں کی آبادی میں اضافہ ہو رہا ہے ایک زمانہ تھا چین میں ایک سے زیادہ بچہ پیدا کرنے پر سخت سزا حکومت کی طرف سے دی جاتی تھی کہا جا رہا ہے تائیوان میں اتنی کم تعداد میں بچے پیدا ہورہے ہیں کچھ سالوں بعد ملک آبادی سے خالی ہو جائے گا جاپان جرمنی ممالک میں آبادی کم ہو رہی ہے کام کرنے کے لئے دوسرے ممالک سے لوگوں کو بلایا جا رہا  ہندوستان میں بھی کیرالہ اور جموں کشمیر میں آبادی گھٹ رہی ہے راجستان مدھیہ پردیش گجرات میں عورتوں کی تعداد کم ہے -مثنوی طور سے آبادی کو کنٹرو ل کرنا قدرت کے نظام میں مداخلت ہے جسکے  مضر  اثرات دنیا دیکھ رہی لیکن انسان کی فطرت ہے وہ الله کے نظام میں بیجا مداخلت کرنے کا عادی ہے الله دنیا کو شیطان کے شر سے محفوظ رکھے جو انسان کے زہن کو پراگندہ رکھتا ہے جس کی بنا پر دنیا میں بے اعتدالی شر پھیل رہا ہے 

راغب احمد 

نیرول نوی ممبئی 

सोमवार, 10 फ़रवरी 2025

is bahaane se magar dekh lee duniya ham ne

With shahid Aslam,Mobinuddin Malik Hamidoddin

                                               

                                                    Shazeb waleema at salman hall
With Mobinuddin Malik and Hamidoddin at Waleema 


                                              इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हम ने  

भागती दौड़ती दुनिया में ,रूटीन से हट कर कुछ लम्हे अपने नाम भी करना ज़रूरी होजाता है। ५ दिन औरंगाबाद में गुज़ार कर यु लगा जैसे किसी रेगिस्तान से गुज़रते कुछ लम्हे कुछ पल नखलिस्तान (oasis ) में गुज़ार कर ताज़ा दम होगया हूँ।  मौक़ा था इरफ़ान मुंशी के घर उनके फ़रज़न्द अबुज़र और अक़्सा ज़मानी का वलीमा उनकी दुख्तर ज़ारा और शाजेब का निकाह और रिसेप्शन। हमें (शगुफ्ता और मुझे) बड़े इसरार से बुलाया गया था।  अब्दुल रहीम साहेब  (शाजेब के वालेदैन ) ने एक साल क़ब्ल नासिक की शादी में हमें न्योता दे दिया था। अबुज़र का निकाह नंदुरबार में होचुका था। और ५ फेब्रुअरी २०२५ को वलीमा था। ५ फेब्रुअरी २०२५ को ज़ारा का निकाह शाजेब के हमराह आयेशा मस्जिद हिमायत नगर /चाउश कॉलोनी में  बाद नमाज़े असर हुवा। 

                                                ख़ुशी है सब को रोज़ ईद की यां 

                                                हुए हैं मिल के बाहम आशना खुश   

            रात बाद मग़रिब बाद कोहेनूर लॉन  (आज़ाद कॉलेज के नज़्द )  असराना  ( रिसेप्शन ) में , दोनों नए शादी शुदा जोड़ों की ख़ुशी में हम सब शरीक थे। धुले ,नंदुरबार ,कल्याण ,मुंबई, नासिक ,नवसारी से मेहमान तशरीफ़ लाये थे। मौसम भी खुशगवार था। खाना भी मज़ेदार था सब ने लुत्फ़ उठाया। औरतों के लिए परदे का इंतेज़ाम था। बड़ी ख़ुशी हुयी ,न म्यूजिक न डांस बड़ी सादगी से वलीमे की रस्म अदा हो रही थी। आज कल जो नुमाईश और चकाचौंद शादियों में हो रही है कही न कही अल्लाह की नाराज़गी का सबब बन रही है। 

            ऐसे मौके पर लोगों से मिलने मिलाने का सिलसिला दिलचस्पी की वजह बन जाता है। हमिद शैख़ मेरा भतीजा होता है लेकिन हम हमेशा दोस्तों की तरह रहे हैं। मिलते हैं तो लगता है दुनिया जहां की नेमतें मिल गयी बातों का सिलसिला ख़त्म नहीं होता। सलीम सय्यद (नवसारी ) ,परवेज़ और इक़रा खानदेश की पूरी टीम मौजूद थी फर्दन फर्दन सब से मुलाक़ात और गप शप हुयी , रागिब अहमद (Motivator ) साहब से सैर अमेज़ गुफ़्तत्गु हुयी बहुत कुछ नया जानने का मौक़ा मिला। मुबीनुद्दीन मालिक से गड़बड़ी में शायरी नहीं सुन पाए क़लक रहा। सोने  पे सुहागा जनाब हसींन मुंशी से अरसे बाद मिल कर तबियत बाग़ बाग़ होगयी। 

           दूसरे दिन ६ फेबरवरी २०२५ जनाब अब्दुल अब्दुल रहीम शैख़ साहेब की जानिब से सलमान हॉल नज़्द दिल्ली गेट औरंगाबाद में वलीमे का इंतेज़ाम किया गया था। अब्दुल रहीम शैख़ साहेब बड़े खुश मिज़ाज तबियत रखते हैं। बॉम्बे मर्केंटाइल बैंक से रिटायर हुए है अपनी तीनो औलादों की बेहतरीन तरबियत की है। नौशे मिया ( शाजेब )माशाल्लाह UPSC के लिए appear होने वाले हैं। उनके रोशन मुस्तकबिल के लिए नेक ख्वाहिशात। मुनाफ मंज़ूर अली सय्यद साहब से फ़ोन पर गुफ्तगू हुयी तो अकदा खुला के कडु मिया शैख़ से उनकी क़रीब की रिश्तेदारी है। इसी मौके पर पहली बार औरंगाबाद की नामवर डिश नान खलिया खाने को मिली बहुत मज़ा आया। 

                                                 वो फूल सर चढ़ा जो चमन से निकल गया 

                                                  इज़्ज़त उसे मिली जो वतन से निकल गया 

           खान्देशियों ने जिस जगह भी हिजरत करके उस मुक़ाम को अपना वतन बनाया। बे-इन्तहा तर्रकी हासिल की। खान्देशियों की खासियत है हर माहौल में बखूबी ढल जाते है,  जिस तरह शकर नमक पानी में घुल जाते हैं। इरफ़ान मुंशी ने हिमायत नगर (चाउश कॉलोनी ) में अर्फी मंज़िल तामीर की। कल्याण को अलविदा कह कर एक नयी दुनिया आबाद की। अपने बच्चों के साथ मिल कर रेडी मेड कपड़ों की तिजारत शुरू की और कामयाब भी हुए  माशाल्लाह क़ाबिले सताइश है। उनके दो सपूत दुबई में जॉब कर रहे हैं। अपने उम्र रसीदा वालिदैन की खिदमत भी आरिफा इरफ़ान दिलो जान से कर रहे हैं , सताइश के क़ाबिल है। अल्लाह उनके कामों में और बरकत आता करे। 

                                                         जाने वो कैसे लोग थे जो मिल के एक बार 

                                                          नज़रों में जज़्ब होगये दिल में उतर गए 

         रहीमुद्दीन शैख़ से मिल कर कुछ ऐसा ही लगा। आप बहादर पुर से बिलोंग करते हैं। मुझे भी एरंडोल बहदर पुर से निस्बत रही है। बचपन में बहादरपुरी होने पर कुछ adverse comments (तन्ज़िया कलमात ) सुनने को मिलते थे। ये लोगों के ज़हन की उपज थी। आज बहादरपुरियों की मिसाल पेश की जा सकती है। रहीमुद्दीन शैख़ साहेब बड़े disciplined ,वक़्त के पाबंद वाक़े हुए है। अल्लाह उनकी और इज़्ज़त बढ़ाये। 

                                                       ढूंढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती 

                                                       ये ख़ज़ाने तुझे शायद के खराबों में मिले 

          नसीम खाला ,मेरी खाला और शगुफ्ता की फूफी होती है जब भी मिलता हु ,  मोहबत का मतलब समझ में आता है। खाला अम्मा से मिलकर मरहूम शराफत अली जनाब की यादें यादें ताज़ा होगयी। अपने नाम की तरह उनमे शराफत कूट कूट कर भरी थी। अल्लाह जन्नत के आला दरजात आता करे आमीन । रईस ,इल्मान ,ज़ीनत से भी मिल कर बे इन्तहा ख़ुशी हुयी,रोशन गेट  सादात मस्जिद के क़रीब, उनके घर जा कर मुलाक़ात की । इस खानदान ने भी माशाल्लाह बहुत तर्रकी की है। अल्लाह मज़ीद तर्रकी आता करे आमीन। 

          सैरे हासिलऔरंगाबाद की रिहाइश पुर लुत्फ़ रही।