बुधवार, 29 मई 2024

salgirah mubarak

Nawapur ki yaden

                              सालगिरह मुबारक फरहान सैयद 

खुदा करे के ये दिन बार बार आता रहे 

और अपने साथ ख़ुशी का का खज़ाना लाता रहे 

ख़ुशी के इस मौके पर आंटी और मेरी जानिब से दिली मुबारकबाद। मुझे ख़ुशी इस बात की है के माशाल्लाह तुम भी उसी फील्ड में काम कर रहे हो जिस में मैं रह चुका हूँ , यानी मेरे नक़्श क़दम पर चल रहे हो।इंशाल्लाह बहुत तरक़्क़ी करेंगे। 

राह की तकलीफों का उनेह क्या सुबूत दूँ 

मंज़िल मिली तो पांव के छाले नहीं रहे 

 तुम्हारा बचपन बहुत शानदार गुज़रा। भरे पुरे घर में तुम सब से बड़े थे। उस ज़माने में तुम्हारी शरारते बड़ी मशहूर थी। दादा जान , दादी जान। पप्पा मम्मी सब की आंख का तारा हुवा करते थे। बेफिक्री का ज़माना था। लेकिन होश संभालते ही तुम में संजीदगी आ गयी। डिप्लोमा करने के बाद फ़ौरन जॉब ज्वाइन कर लिया। आयल फील्ड में। और शिफ्ट करते हुए जिस मेहनत ,डेडिकेशन से तुम ने B.E की पढ़ाई मुक़ामिल की क़ाबिले तारीफ़ है। लॉक डाउन के दरमियान भी तुम ने कभी अपनी ड्यूटी मिस नहीं की। तुम्हारी ईमानदारी और अपने काम से लगन का जज़्बा क़ाबिले एहतेराम है।  इस का नतीजा है तुम आज रेपुटेड मल्टीनेशनल कंपनी में शिफ्ट इंचार्ज/ इंजीनियर की ड्यूटी निभा रहे हो। ये तो इंशाल्लाह ये तो शुरुवात है।  आगे आगे देखिये होता है क्या। 

   मुस्तक़बिल के लिए नेक ख्वाहिशात। 

जहाँ रहे वो खैरियत के साथ रहे 

उठाये हाथ तो एक दुआ याद आयी 


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