With bride and bride groom |
Ghyasoddin shaikh,bride and Bride groom,Mrs Fareeda and others |
With Anees Sir Kalyan |
एक हंगामे पे मौक़ूफ़ है घर की रौनक
हुज़ैफ़ा ज़ाहिद शेख़ और राफिआ की शादी के वलीमे की दावत का एहतेमाम ग्लोरिया हॉल ठाणे में २९ दिसंबर २०२४ के रोज़ रात में किया गया था। ज़ाहिद शैख़ ने इसरार किया था के बेटे के वलीमे में अज़रूर शरीक रहे। ज़ाहिद शैख़ साहेब जो मेरे खाला ज़ाद भाई और शगुफ्ता के फूफी ज़ाद है ,दुहरे रिश्ते का एहतराम भी करना था। ज़ाहिद को बचपन में धोबी आड़ी ठाणे के मकान में उनके घर अक्सर देखा था। अब देखना था के ससुर बनने के बाद वो किस तरह नज़र आते है।
में और शगुफ्ता रात ९ बजे ग्लोरिया हाल पहुंचे। हाल रौशनी से जगमगा रहा था। हम दोनों ने दूल्हा दुल्हन को स्टेज पर जा कर मुबारकबाद पेश की , मौके की ,मुनासबत से शेर सुनाया
मुझे सहल हो गयी मंज़िले वो हवा के रुख भी बदल गये
तेरा हाथ हाथ में आगया के चराग़ रह में जल गएँ
शानदार दावत थी। ज़हीर और आरिफ ने भी मेहमानो की मेहमान नवाज़ी में कोई कसर नहीं छोड़ी। ज़ाहिद ने भी हमारी वलीमे की दावत में शिरकत पर ख़ुशी का इज़हार किया। वलीमे में एवर यंग तारिक़ मुंशी भाई जान ,भाभी जान ,खालिद मुंशी एंड फॅमिली ,सीमा ,सुलेमान क़ादरी एंड फॅमिली ,अनीस सर ,ज़ाकिर (मुन्ना ),परवीन ज़ाकिर ,नाज़िरोद्दीन एंड फॅमिली। से मुलाक़ात दुआ सलाम हुयी। मेहमानो का न ख़त्म होने वाला सिलसिला था। हमारे समाज में बुज़र्गों का बड़ा एहतराम किया जाता है। वलीमे में भी सब लोग सब से पहले ग़यासुद्दीन शैख़ और फरीदा शैख़ (टेना खाला ) (ज़ाहिद शैख़ के वालेदैन ) से मिलने के बाद ही स्टेज पर जा रहे थे।
अल्लाह दूल्हा दुल्हन में हमेशा मोहब्बत क़ायम रखे अमीन। ज़ाहिद शैख़ को भी फ़र्ज़ की अदायगी पर दिली मुबारकबाद।
With zahid Shaikh |
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