हुक़्क़ा
ये तेरा घर ये मेरा घर
पुरानी तहज़ीब के साथ साथ उस तहज़ीब से जुड़े पानदान ,शमादान ,हुक़्क़ा ,कंदील ,आराम कुर्सी ,उगालदान कब से हम ने कबाड़िये को बेच दिए हैं या घर के किसी कोने में कबाड़ी सामान के साथ रख दिए है। शकील खान के घर ईद पर जाने का इत्तेफ़ाक़ हुवा। शकील साहब और उन की मिसेस आमना भाभी ने पुरानी तहज़ीब की इन निशानियों को उजाल कर अपने ड्राइंग रूम को सजाया है। और उन की देख भाल में , अपने जी जान लगा दिए है। उनका घर ने एक म्यूजियम की शक्ल इख्तियार कर ली है।
तहज़ीब को तलाश न कर शहर शहर में
तहज़ीब खंडरों में हैं कुछ पथरों में है
शकील खान के घर पुरानी तहज़ीब के इन शाहकारों को देख कर तबियत खुश होगयी और पुराने ज़माने की यादें ताज़ा हो गयी। मुस्तकबिल में अगर किसी को इन पुरानी (antique ) चीज़ों को देखनी की ख्वाहिश हुयी तो शकील खान का पता बता दूंगा।
पुराने ग्राम फ़ोन रिकॉर्ड की उन चीज़ों के दरमियान घर में कमी महसूस हुयी ,कही मिल जाएंगा तो उनेह तोहफा में दे दूंगा।
Simply great
जवाब देंहटाएं