सालगिरह मुबारक
ऐजाज़ मोजज़े (Miracle ) से बना है ऐजाज़ शैख़ की शख्सियत भी जादुई है। चेहरे पे हमेशा मंद मंद मुस्कराहट सजी रहती है ,बात बहुत कम करते है।
जब तक ऐजाज़ भाई के वालिद मरहूम हाजी ग़फ़ूर शैख़ हयात थे ,उनसे हमारे बड़े अच्छे ताल्लुक़ात थे। ऐजाज़ ने हमें बुज़ुर्ग का दर्जा अता कर रखा था। हम से दूर दूर रहते थे। मुझे याद है मरकज़े फलाह identified families को पहली बार रमजान में मरहूम हाजी अब्दुल ग़फ़ूर की दुकान से ग्रोसरी तक़सीम की गयी थी। मरहूम हाजी ग़फ़ूर को लोग हिंदुस्तान मसालेवाले की उर्फियत से जानते थे। मरहूम मरकज़े फलाह के हाजियो और AGM के प्रोग्राम में ,खाना अपनी तरफ से स्पॉंसर किया करते थे। माशाल्लाह मरहूम ग़फ़ूर साहेब अक्सर व बेश्तर अपने खानदान के साथ रमजान में उमरे पर जाया करते थे । अल्लाह मरहूम को करवट करवट जन्नत नसीब करे।
पिछले मरकज़े फलाह के इलेक्शन में ऐजाज़ भाई को मैनेजमेंट कमिटी में शामिल किया गया। फिर तो वो हमारे ग्रुप से ऐसे घुल मिल गए जैसे शक्कर पानी में घुल जाती है। उनकी शराफत को देखते हुए उन्हें Atrangee टपोरी ग्रुप में नहीं शामिल किया गया बल्कि उन के लिए whatsup पर नया Nerul Friends ग्रुप बनाया गया। मशाल्लाह जनाब ऐजाज़ में अपने वालिद के तमाम गुण आये है। वही दरयादिली ,वही मुस्लिम समाज के ताल्लुक़ से तालीम की फ़िक्र। हिंदुस्तान मसाला ब्रांड को अपनी फॅमिली को सौंप कर अपना एक नया ब्रांड EKSA की बुनियाद डाली। उनके फ़रज़न्द अब्दुल ने अपना जॉब छोड़ कर अपने Daddy के साथ मिल कर इस ब्रांड के एस्टब्लिश करने में अनथक कोशिश की और माशाल्लाह क़ामयाब भी हुए। खालिस pure मसलों में EKSA ब्रांड एक पहचान बन गया है।
ऐजाज़ भाई पर एक शेर सादिक़ आता है
ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे
तू बहुत देर से मिला है मुझे
बम्बई के कोने कोने से ऐजाज़ भाई ,हाथ की लकीरों की तरह पहचानते है। बोरी मोहल्ला ,कोलसा गल्ली ,केडी कंपनी और उन गलियों से जुड़े वाक़ियात उन्हे ज़ुबानी याद है। पुराने होटल ,चटखारे खाने के outlet की सैर दोस्तों को कराने, और वहां के खाने खिलने में उन्हे दिली ख़ुशी होती है। अपने वालिद की तरह समाजी कामों में ख़ामोशी से पेश पेश रहते है।
उनकी सालगिरह २५ अप्रैल के रोज़ थी। अल्लाह उनेह सेहत के साथ लम्बी उम्र आता करे। भगवती रेजीडेंसी में वह अपनी छोटी खशहाल फॅमिली के साथ रहते हैं।
मैं अक्सर उनसे उनकी EKSA मसलों की दुकान पर मुलाक़ात कर लेता हूँ ,मसाले खरीद लेता हु साथ साथ मसाले वाली चाय नोश करने को मिल जाती है।
सालगिरह मुबारक ऐजाज़
तमाम उम्र तुझे ज़िंदगी का प्यार मिले
खुदा करे के ख़ुशी तुम को बार बार मिले