सोमवार, 12 जून 2023

kalyan couselling programme

किसी भी तंज़ीम की कामयाबी खुलूस और डेडिकेशन से काम करने वाले मेंबर्स  से होती है। जंग में हमेशा प्यादे अहम रोल अदा करते हैं और  कर्नल ,जनलस को क्रेडिट मिलता है। सही है कर्नल की स्ट्रेटेजी प्लानिंग का कामयाबी में  बड़ा दखल होता है। 

माशाल्लाह कल्याण इक़रा खानदेश फाउंडेशन यूनिट की जानिब से ११ जून २०२३ इतवार को Counselling का कामयाब  प्रोग्राम कम्युनिटी हॉल रहेजा काम्प्लेक्स कल्याण में मुनकिद किया गया। ९ से १२ क्लास के बच्चों की Counselling जनाब अख़लाक़ शैख़ साहेब मशहूर कौंसलर ने की। आप इन्किलाब में रोज़ाना "मंज़िल की जुस्तजू है तो जारी  रहे सफर  " मोटिवेशनल कलम लिखते है। माशाल्लाह रिश्तेदारों में प्रोग्राम के ताल्लुक़ से एक जोश दिखाई दिया। 

हमारे मुक़ामी कार्यकर्ता जनाब मखदूम अली सय्यद   ,हिसामुद्दीन ,अनीस सर ,मैडम यास्मीन मखदूम ,इमरान मखदूम ,रुखसार इमराम अली , अनीस सर अज़ीम (कालसेकर कॉलेज ),सलीम शैख़ ,आसिफ शैख़ और हसींन साहेबान ने प्रोग्राम को कामयाब बनाने में अनथक मेहनत की जज़ाक अल्लाह खैर। हाजी सलाहुद्दीन मालिक ने प्रोग्राम में शिरकत कर प्रोग्राम को चार चाँद लगाए। और आखिर तक प्रोग्राम में शरीक  रह कर हम सब की हिम्मत अफ़ज़ाई की। 

माशाल्लाह जनाब मखदूम अली सय्यद और हिसामुद्दीन साहब को देख कर लग रहा था उनके घर शादी है। हॉल की बुकिंग से ले कर साफ़ सफाई तक । अक्सर ये होता है पब्लिक हॉल में टॉयलेट बहुत गंदे होते है यहाँ तो टॉयलेट भी चकाचक थे। फिर बच्चों का नाश्ता पानी का इंतेज़ाम पंखे ,लाइट ,70 MM स्क्रीन भी provide किया गया था। हॉल भी  बच्चों ,और साथ आये वालेदैन से भर गया था। बच्चों ने प्रोग्राम को दिलचस्पी से सुना। प्रोग्राम के बाद भी अख़लाक़ अहमद को घेरे में ले कर बच्चों ने बेतहाशा सवालों की बौछार कर दी ,और जनाब अख़लाक़ ने उनके तस्सली बख्श जवाबात दिए।  

प्रोग्राम के बाद हिसामुद्दीन साहब के घर लज़ीज़ खानो से मेहमान नवाज़ी हुयी। हमारी अहलिया मोहतरमा शगुफ्ता रागिब और हमारे  भाई  जनाब जावेद अहमद शैख़ जो सानपाडा से तशरीफ़ लाये थे, इनोह ने  प्रोग्राम और खाने का बेहद लुत्फ़ लिया 

special thanks तो इमरान मखदूम अली फॉर recording और online शेयरिंग प्रोग्राम on you tube . हालाँकि  internet अवेलेबल नहीं था।  अल्लाह जज़ाए खैर आता करे।  आमीन सुम्मा आमीन 

शुक्रगुज़ार है  प्रिंसिपल शकिलोद्दीन सर के जिनोह्णे स्कूल के स्टूडेंट्स को छुट्टी के रोज़ बुला कर बड़े स्क्रीन पर प्रोग्राम live दिखाया। माशाल्लाह २६०  लोग अब तक प्रोग्राम देख चुके हैं। 

कुछ लोगो से  अल्लाह अहम काम ले लेता है ,वह हर जगह मौजूद होकर भी कही दिखाई  नहीं देते। हमारे  counselling प्रोग्राम के पिलर ,financial supporters ,अल्लाह उनके  रिज़्क़ में बेहद बरकत आता करे। 

 जज़ाक अल्लाह कैप्टेन शाहबाज़ अली सैयद 

जज़ाक अल्लाह जनाब नवेद अंजुम वासिफ शैख़ (दुबई )

जज़ाक अल्लाह मोहतरमा नाएला चूनावाला (सऊदी अरबिया )

जज़ाक अल्लाह सुहैल शैख़ (कल्याण )

इक़रा खानदेश फाउंडेशन उम्मीद करता है के स्टूडेंट्स ज़रूर इस प्रोग्राम से फायदा उठाएंगे। अगर कुछ सवालात अख़लाक़  अहमद साहब से करने हो तो  मुझ से इस नंबर पर राब्ता करे 9892369233 

 रागिब अहमद शेख (नेरुल नवी मुंबई )

प्रेजिडेंट इक़रा खानदेश फाउंडेशन 


गुरुवार, 8 जून 2023

Happy Birthday Dr wasif

 तुम्हारी हंसती  हुयी ज़िन्दगी की राहों में 

हज़ार फूल लुटाती हुयी बहार आये 

तमाम उम्र तुझे ज़िन्दगी का प्यार मिले 

खुदा करे के ये ख़ुशी तुमको बार बार मिले 

हमारी जनरेशन में हम ने जन्म  दिन मनाते सिर्फ फिल्मों में ही देखा था। शायद डॉ साहेब ने डॉक्टरी मुक़क़म्मिल करनेतक कभी जन्म दिन मनाया हो। अँगरेज़ हिन्दुस्तान छोड़ तो गए ,लेकिन जाते जाते कुछ निशानात अपनी यादों के छोड़ गए। उनेह केक ,फूल ,मोम बतियाँ बेचना था, जन्म दिन मनाने का शोशा छोड़ गए। वैलेंटाइन डे ,क्रिस्टमस न जाने क्या क्या और हिंदुस्तान में लोगों ने इन बातों को ऐसे अपना लिया जैसे अपनी तहज़ीब का हिस्सा हो। 

डॉ वासिफ ने अपनी ज़िन्दगी चोपड़ा ,जलगांव की जिल्ला परिषद् स्कूल से शुरू की थी। एंग्लो उर्दू स्कूल  जलगांव से १९६६ में मेट्रिक की परीक्षा पास की, में भी उनके नक़्श क़दम पर चलता रहा ,क्या करे हम दोनों  की उम्रों में ४ साल का difference है जो  हम कभी हम पाट नहीं सकते। इत्तिफ़ाक़ से हम चारों भाइयों में चार साल का फासला  है। दादाभाई  (सादिक़ अहमद )पैदाइश १९४६ ,डॉ वासिफ १९५० ,रागिब अहमद १९५४ ,जावेद अहमद १९५८ । डॉ वासिफऔर मेरे बीच वाक़िफ़ अहमद भी था ,इंतेक़ाल कर गया शायद अल्लाह को ४ साल का फासला बरकरार रखना था। दादा भाई भी साबेक़ून अवलीन साबित हुए ,हम से जल्द मुं मोड़ लिया। 

डॉ वासिफ दो साल जलगांव ऍम जे कॉलेज से intermediate पास कर, सेवाग्राम मेडिकल कॉलेज से मेडिकल  पढ़ाई करने जलगांव छोड़ गए फिर उनोहने  जलगांव की तरफ मुड कर नहीं देखा बल्कि गुजरात के होगये। 

में ९वी जमात तक घर कटिया फैल  से एंग्लो उर्दू स्कूल जलगांव ३ किलोमीटर पैदल बग़ैर चप्पलों के जाया करता था। डॉ वासिफ मेरे लिए विरासत में अपनी RAMI साइकिल छोड़ गए। में रातों रात कल्लाश से बादशाह बन गया। उन दिनों साइकिल ओन करना अपनी एक अहमियत थी।  

जावेद और मेरी शादी के  रिश्ते में डॉ वासिफ ने  एक अहम रोले अदा किया। 

आज भी जब हम  तारीखे पैदाइश से दूर होते जा रहे ,बालों में सफीदी  है। सर पर चाँद चमकने लगा है। डॉ साहेब घने काले बालों ,फिजिकली फिटनेस की बिना  पर ,हम उनके सामने उम्र रसीदा दिखयी देते हैं। अल्लाह डॉ वासिफ की उम्र दराज़ करे  हमेशा सेहतमंद रखे। 

सुम्मा आमीन 

जहाँ रहे वो ,खैरियत के साथ रहे 

उठाये हाथ तो ये एक दुआ याद आयी 




मंगलवार, 6 जून 2023

Cousenselling programe at Kalyan

                                                            Iqra Khandesh Foundation Kalyan Unit 

                                                                                    Presents 

Carrier Guidance Seminar at your doorsteps 

Topics

1. How to select a career ?

2. Career options after 10th and 12th Standard .

3. Completing Graduation and still worried ?

4. Different Scholarship Schemes.

5. Competitive Exams ETC.

6. Question Answer Session .

Date: 11th June 2023

Venue :At Community Hall , Raheja Complex (Near New Vani Vidyashala) ,

Patripool ,Kalyan (W)

Program Organizers :

Janab Imran Ali Sayed 

Janab Aness Ahmed Shaikh

Supported By :

Captain Shahbaz Ali Sher Ali Sayed

Janab Naved Anjum Wasif Ahmed Shaikh (Dubai )

Mrs. Naila Chunawala (Saudi Arabia )




गुरुवार, 1 जून 2023

donation from Hina Patel

 इक़रा खानदेश फाउंडेशन के लाइफ मेंबर्स ,ग्रुप मेंबर्स को दील की गहराईओं से सलाम 

नए academic साल की शुरुवात हो चुकी है। रिश्तेदारों को इक़रा खानदेश फाउंडेशन से उम्मीदें वाबिस्ता होगयी हैं। बहुत सारे applications भी हम ट्रस्टीज के पास आ चुके हैं और इक़रा खानदेश फाउंडेशन के अकाउंट में सिर्फ 58000 रूपये बैलेंस हैं। आप सब से मौदेबाना गुज़ारिश है के monthly contribution की रक़म जल्द से जल्द  इक़रा खानदेश फाउंडेशन के अकाउंट में deposit करे। आज तक इक़रा खानदेश फाउंडेशन का रिकॉर्ड रहा है किसी को भी हम ने मायूस नहीं किया। अगर कोई application हमारी पालिसी से मैच नहीं करता हम किसी और ट्रस्ट या इंडिविज्वल से उसे फी की रक़म दिलवाई है। 

अल्हम्दोलीलाह हमारी छोटी साहबज़ादी (हिना मुज़फ्फर पटेल ) जो Canada (कनाडा ) में रहती है इक़रा खानदेश फाउंडेशन के अकाउंट में हमेशा कंट्रीब्यूट करती रहती है। मैं उसे हमेशा इक़रा ख़ानदेश की एक्टिविटीज से अपडेट करता रहता हूँ। अल्हम्दोलीलाह उसने , 3000/00 रूपये इक़रा खानदेश  फाउंडेशन के account में जमा किये हैं। अल्लाह हिना मुज़फ्फर पटेल की कमाई में बरकत आता करे। ज़िन्दगी की तमाम खुशयाँ उसे नसीब हो। 

इक़रा खानदेश फाउंडेशन ने  तमाम रिश्तेदारों को एक डोर में बांधा है। आज तक १६३ बच्चों को २ साल में ७५३,००० रूपये स्कालरशिप अदा की है। ख़ुशी की बात है ये अमाउंट डोनेशन के तौर हमारे पास जमा हुवा है। ज़कात के पैसे हम ने अभी तक नहीं लिए है। इतने कम अरसे में एक मज़बूत संस्था की बुनियाद एक खवाब की तरह नज़र  आता है। 

बुलन्दियों पर पहुंचना कोई कमाल नहीं 

बुलंदियों पर ठहरना कमाल होता है 

रिश्तेदारों के बच्चों के रोशन मुस्तकबिल की खातिर इस तंज़ीम से जुड़े रहे। ज़रूरतमंद बच्चों के एप्लीकेशन भी हम तक पहुंचाते रहे।  अपने कंट्रीब्यूशन भी इक़रा खानदेश के लिए करते रहे। 

प्रेजिडेंट 

इक़रा  फाउंडेशन