शुक्रवार, 7 अगस्त 2020

बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा

 


मरहूम अलहाज सादिक़ अहमेद
जन्म दिन /तारीख़ें पैदायिश:०२/११/१९४२ मृतु/मौत :१३/१२/२०१३ 
वॉलीद/पिता का नाम :हाजी कमरुद्दीन- माँ का नाम :बिस्मिल्ला कमरूदीन शैख़ 
Education/तालीम: B.E.Mechanical
१९६३ : मेट्रिक का इम्तिहान प्रताप मराठी स्कूल (चोपड़ा) District topper
१९६४-१९६५:intermediate from IsmaelYusuf college जोगेश्वरी
१९६५-१९६८: B.E VJTI College matunga
अपनी पूरी पढ़ायीं महरूम ने scholarship हासिल कर के की 
Scholarship from : Government और /दावूद भाई फ़ज़ल भाई ट्रस्ट
१९६८-१९७५- Maintenance Manager Metal Box
१९७५-शादी हुवि जूबेदा के साथ 
१९७७: अपने वॉलीद और फ़ैमिली के साथ कार से सफ़र करके हज किया 
१९७५-१९९९ : General Manager Plastic packaging Ind Shuaiba,कुवैत
कुवैत रिहायिश के दौरान कम्पनी के काम से Egypt/ईरान/Saudi Arabia/जर्मनी/Taiwan/जापान/Thailand का सफ़र किया 
२०००-२००८ - Serene Packaging नामी कम्पनी बनायी क़ौम के लोगों को रोज़गार फ़राहम किया ।
२०००-२०१२ :मरकजे फलाह नेरुल ट्रस्ट की बुनियाद डाली ,आख़िर उम्र तक अदारे  secretary रहे  । माशाअल्लाह अदारे की मदद से २०० से जियादा क़ौम के बचें ऊँची तालीम (education) हासिल करके बड़ी बड़ी Organizations  में ऊँची ऊँची पोस्ट पर काम कर रहे । 3000 क़ौम के बच्चों की स्कूल/कॉलेज फी अदा करके किफ़ालत की गयी। 
मरहूम सादिक़ अहमेद को इस्लाम और क़ुरान से बेहद लगाव मोहब्बत थी ।२००४ में क़ुरान की तफ़सीर का सिलसिला क़ायम किया ।अलहमदोलिलह अब  तक  Quran the truth के नाम से क़ायम है ।हज़ारों लोग मुस्तफीज (फ़ायदा) उठा रहे हैं ।इंशाल्लाह ये सिलसिला ज़रूर उनकी मग़फ़िरत की वजह बनेगा। उनके दरजात रोज़ महशर में बुलंद होंगे ।
तीन भाइयों Dr.wasif ,Ragib Ahmed ,Javed Ahmed को अच्छी तालीम दिलायी ।कुवैत में कयी ग़रीब क़रीबी रिश्तेदारों के बचों को बुलवा कर नौकरी दिलवायी ।अपनी चार औलदों  लुबना ,समीरा ,नाएला और उज़्मा को ऊँची तालीम दिलायी अलहमदोलिलाह वो सब अमेरिका/England/Saudi /इंग्लैंड में ख़ुश हाल शादी शुदा  ज़िंदगी गुज़ार रहे हैं ।
अल्लाह मग़फ़िरत करे अजीब आज़ाद मर्द था ।




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