जनाब राजेंद्र पवार Chairman VRSCCL ,Directors COL . अनवर उमर ,राज ठक्कर ,एम.आऱ सिद्दीकी ,मनोज शाह , फ़य्याज़ खान और मीटिंग में आये तमाम शेयर होल्डर्स का में स्वागत करता हूँ।
आप को पता है वाशी स्टेशन काम्प्लेक्स कुछ साल पहले तक Bed ridden patient के जैसे दम तोड्ने की स्थिति में आ गया था। में ने अपनी आँखों से देखा है , जगे जगे कचरे के ढेर पड़े होते। शराब की खाली बोतलें ,सिगरेट के टुकड़े ,यहाँ तक के used condoms जगे जगे फैले होते। दीवारें उखड रही थी। सिक्योरिटी का कोई नाम निशाँन नहीं था। टायलेट्स गंदे टूटे फूटे हो गए थे। काम्प्लेक्स खंडर होता जा रहा था।४ साल पहले VRSCCL Maitenance कंपनी बनायीं गयी पवार साहब चेयरमैन बने और उनके साथ COL .उमर ,राज ठकर ,सिद्दीकी ,मनोज शाह डायरेक्टर्स बनाये गये। सब ने दिन रात मेहनत की। maitenance recovery पर ध्यान दिया गया। सिक्योरिटी बढ़ा दी गयी। security cameras लगाए गए। साफ़ सफाई पर ध्यान दिया गया। repairing पर काफी पैसा खर्च किया गया। illegal vendors निकाले गए। parking area साफ़ सुथरा किया गया। कई बार इन लोगों को जान से मारने की धमकी मिली। लेकिन ये आगे बढ़ते रहे। hats off टू पवार ऍन्ड हिज टीम। keep it up . किसी शायर ने शायद इन्ही के लिए कहा है।
में अकेला ही चला था जानिबे मंज़िल मगर
लोग आते गए और कारवां बनता गया
खुशी इस बात की है फैय्याज खान का CIDCO की जानिब से director nominate किया जाना। इन की काबिलियत ,अहलियत और administration के बारे में बहुत कुछ सुन रखां हैं। फ़ैयाज़ खान साहेब इंसान को दूसरे के ज़ख्म का अहसास इतना नहीं होता जितना अपने जिस्म पर ज़ख्म लगने से होता है। अब आप VRSCCL से जुड़ गए हैं आप को खुश आमदीद Welcome करते हैं। मुझे यक़ीन हैं अब तक हम चूंटी या हाती की रफ्तरार से चल रहे थे आप के जुड़ने से VRSCCL में चार चाँद लग जायेंगे। एक शेर पवार और टीम की जानिब से आप की खिदमत में पेश करता हूँ।
मुझे सहल होगयीं मंज़िलें ,वो हवा के रुख भी बदल गये
तेरा हाथ हाथ में आगया के चिराग़ रह में जल उठे