शनिवार, 26 मार्च 2022

खुशबु जैसे लोग मिले



                                                               
                                                     डॉक्टर वकील अहमद मुनाफ अली (खिराजे अक़ीदत )
      मैं आज कनाडा (कैलगरी ) में हूँ कल तमाम ग्रुप्स में ये खबर पढ़ कर ख़ुशी हुयी के डॉ सय्यद वकील अहमद  मुनाफ अली को जलगांव शहर में  टीचर्स डे के अवसर पर "Best Digital Teacher " award से नवाज़ा गया। बहुत बहुत मुबारक  डॉ वकील साहेब ,आपका तार्रुफ़ मारूफ शेर से कराना चाहूंगा 
                                                मेहनत से वो तक़दीर बना लेते हैं अपनी 
                                                विरसे में जीनेह कोई ख़ज़ाना नहीं मिलता 
    डॉ वकील से २०२२ में उनके घर जाकर , उनसे और उनकी अहलिया और बच्चों से मैं ने और मेरी अहलिया ने मुलाक़ात की थी। बड़े खुलूस से हम दोनों का खैर मक़दम किया था। मुझे आज भी याद है। 
  जब उनेह पूना कॉलेज में CEO बनाया गया उनहोने मुझे फ़ोन करके बताया था। में ने उस वक़्त उनका मुख़्तसर खाका (Caricature ) लिखा था हाज़िरे खिदमत है। 
                                                  मुझ को जाना है बहुत आगे हदे परवाज़ से 
सय्यद वकील अहमद अब डॉक्ट बन गए हैं। रिश्तेदारों के लिए ये फ़ख्र का मुक़ाम है। हम सब की जानिब से दिल की गहराईओं से मुबारकबाद। अल्लाह से दुआ है वो कामयाबियों ,बुलंदियों  की ऊंचाइयों को छू ले आमीन। 
हमारी  सगी चाची ज़ाद बहन आपा  बी (मुनाफ अली की वालिदा )हमारे वालिद हाजी क़मरुद्दीन की चहेती हुवा करती। वो भी अपने चाचा को बड़े अब्बा कहती थी । हमारे बहनवी मंज़ूर अली भी बड़े सादा मिज़ाज इंसान थे। बहुत बार अब्बा के साथ धुले  देव पुर मुनाफ अली के घर जाना हुवा आपा  बी हयात थी , अब्बा के लिए बड़े चाव से अब्बा की पसंदीदा dish हलीम ज़रूर बनाती थी। अब्बा भी तारीफ़ करते नहीं थकते। 
मुनाफ अली ने  Master of commerce  की डिग्री उस वक़्त हासिल की  ,जब मीट्रिक पास की भी एक हैसियत हुवा करती थी । बैंकिंग का पेशा (Accountant)इख़्तियार किया। हलाल रिज़्क़ हासिल करने के लिए ज़िन्दगी भर जुटे रहे। अपनी औलाद की परवरिश बड़ी जान फिशनी से की। औलाद को तालीम से तो आरास्ता किया ही ,साथ साथ खुश अख़लाक़ी ,ईमानदारी ,शराफत और बुज़र्गों की इज़्ज़त कूट कूट कर औलाद में भर दी। 
वही बुलुंद अख़लाक़ी ,शराफत , ज़मीन से जुड़े रहने की  आदत  डॉक्टर वकील अहमद में भी पायी जाती है। डॉक्ट्रेट की डिग्री मिलते ही मुझे फ़ोन करके बताया । " सदर साहब(उस समय में इक़रा खानदेश का प्रेजिडेंट था ) मुझे डॉक्टर की डिग्री मिल गयी है " मैंने भी ढेर सारी दुवाओं से नवाज़ा। 
                                    पर ही काफी नही आसमानो के लिए 
                                    हौसला चाहिए ऊँची उड़ानों के लिए 
     वकील अहमद ने SWES उर्दू स्कूल से जो तालीम की शुरुवात की थी , तालीम का सिलसिला जारी रखा। Z B college धुले से B .Commerce की डिग्री हासिल की। वालिद के नक़्श क़दम पर चल कर SSVPS college से M. Commerce (post graduation) किया । वकील  अहमद को निचला बैठना नहीं आता 
                                    पलटना  झपटना झपट कर पलटना 
                                    लहू गर्म रखने का है एक बहाना 
फिर एक नयी मंज़िल की तलाश में ,डॉक्ट्रेट करने की दिल में ठान ली। मुझे बता रहे थे दो तीन Attempt के बाद डॉक्टरेट  मिली। डॉ साहब कई लोगों ने डॉक्टरेक्ट करते करते अपनी उम्र गवां दी बाल सफ़ेद होगये । आप की मेहनत लगन के आगे यूनिवर्सिटी को घुटने टेकने ही पड़े ,आप को डॉक्टर बनाना ही पड़ा। शायद किसी शयर ने आप के लिए ही कहा है। 
                                       हम ने तै की कुछ इस तरह से मंज़िलें 
                                       गिर पड़े, गिर के उठे ,उठ के चले 
फिर एक नयी उड़ान में डॉ वकील अहमद मसरूफ़ हैं  । CA के लिए qualify हो गए हैं इंशाल्लाह अल्लाह से  उम्मीद है वह आप को मंज़िले मक़सूद तक ज़रूर आपकी  रहनुमाई कर देगा। 
डॉ अब्दुल कलाम का कौल है "you have to dream before your dream comes true " अल्हम्दोलीलाह डॉ वकील अहमद आप ने खवाब देखा ,जुस्तजू की और ख्वाबों की ताबीर पायी.  काश क़ौम के हर बच्चे  में ये जज़्बा उजागर होजाये , क़ौम को तरक़्क़ी से कोई नहीं रोक सकेगा। 

डॉ वकील अहमद  ने UGC NET साल 2011 में क्लियर कर लिया था। कुछ समय अरिहंट कॉलेज में  अस्सिटेंस प्रोफेसर के ओहदे पर ज्वाइन किया। 2013 से पूना की मारूफ (पूना कॉलेज) में  कॉमर्स शोबे में असिस्टेंट प्रोफेस्सर के ओहदे पर फायज़ है। 
     अपने शागिर्दों में डॉ वकील बड़े मक़बूल हैं। Mind Mapping ,Mnemonics ,Edutainment ,keywords methods ये जदीद इस्तेलाहैं (Terms ) डॉ प्रोफेसर वकील अहमद ने अपने स्टूडेंस में introduce कराई हैं। और अब online फ्री इंग्लिश सिखाने का सिलसिला शुरू किया है। 
                                              तमाम उम्र तुझे ज़िंदगी का प्यार मिले 
                                             खुदा करे के ख़ुशी तुम को बार बार मिले 
 अल्लाह से दुआ गो  हूँ के डॉ वकील अहमद तर्रकी ,कामयाबी ,कामरानी हमेशा आप के कदम चूमती रहे। आमीन सुम्मा आमीन। 
Note : ऊपर की तमाम मालूमात में ने डॉ वकील अहमद से हासिल की है