ज़िन्दगी से यही गिला (शिकवा ) है मुझे
तू बहुत देर से मिला है मुझे
राजीव आप ज़िन्दगी में बहुत देर से मिले भी और उसी तेज़ी से हम से बिछड़ भी गए। वंडर पार्क क्या बंद हुवा दोस्तों की महफिलें वीरान होगयी। वह साथ साथ सुबह सवेरे दोस्तों का ग्रुप वंडर पार्क के चक्कर मारता ,हल्ला गुला शोर व ग़ुल घोघा होता। किसि न किसी का जन्म दिन मनाया जाता केक कटते तक़सीम किये जाते । और राजीव तो रोज़ाना (without fail )कश्मीरी लहसन ले आता और जान पहचान अनजान दोस्तों में तक़सीम (distribute )कर देता ताके हमारी सेहत बानी रहे। Samuel street Mumbai पर राजीव की computer spare parts की दूकान थी। एक लड़का जो पुणे की reputed college से engineering graduate है ,लड़की जो MBA कर रही है अपनी विरासत में छोड़ गया है।
अप्रैल-2021 महीने में कश्मीर सैर करके लौटा था। अपनी फॅमिली के फ़ोटोस face book पर बड़ी चाव से शेयर किये थे।
९ नवंबर 2021 को राजीव को pancreas का कैंसर डिटेक्ट हुवा था। डट कर बीमारी का मुक़ाबला किया १४ january-2022 को इस जान लेवा बीमारी ने जान लेकर ही साथ छोड़ा।
उदास छोड़ गया वो हरेक मौसम को
गुलाब खिलते थे कल जिस के मुस्कराने से
भगवान आत्मा को शांति दे ख़ानदान को सब्र नसीब हो।